श्याम रंग लगाने आ जाओ
श्याम रंग लगाने आ जाओ
है खूबसूरत लम्हा होली का,
श्याम रंग लगाने आ जाओ,
भिज जाएं गर चुनर सारी,
भिज जाएं चाहे घर दुआरी,
भिजूँ मैं और सखियाँ सारी,
भिजें दुल्हन या कुआरी,
सबकी देह भिजाने आ जाओ,
श्याम रंग लगाने आ जाओ।
अबीर डारो प्रेम का मोहे,
प्रेम से कर दो तरबतर,
प्रेम तिहारो दिखे घरद्वार,
अइसन करो कोई उपचार,
मोहे प्रेम रोग लगाने आ जाओ,
श्याम रंग लगाने आ जाओ।
अँखियन राह निहारे मेरी,
सखियाँ देह सँवारे मेरी,
अंखियन तोहे में चैन आवे,
ऐसों मोहे कौन रंग लगावे,
नैन से नैन रमाने आ जाओ,
श्याम रंग लगाने आ जाओ।