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Jahanvi Tiwari

Abstract

4  

Jahanvi Tiwari

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रिश्तों की अहमियत

रिश्तों की अहमियत

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पतझड़ में पत्ते गिरते हैं , 

जो बारिश हो तो बह जाते हैं , 

कुछ लोग नज़रों से गिर जाते हैं ,

लेकिन दिल के किसी कोने में रह जाते हैं ,

गिरे हुए लोगों के गिरने का कोइ मौसम नहीं होता ,

सोच समझ के रिश्ते बनाना ये कह जाते हैं ,

ताश के पत्तों की तरह होती है भरोसे की दीवार , 

मतलबी हवाओं के एक हल्के झोंके से ये ढह जाते हैं।


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