रिश्तों के गणितीय समीकरण
रिश्तों के गणितीय समीकरण
रिश्ते निभा के क्या पाया ?
न निभा के क्या खोया ?
बराबर बैलेंस करने के
उपक्रम में क्या हुआ लाभ या
लाभ की छाया ?
क्यों किस रिश्ते को निभा न पाया ?
और क्यों कब किस रिश्ते को
असमंजस में डाल कर
बिना रिश्ते तोड़े ही
वहीं पर छोड़ आया, फिर क्या पाया ?
किस रिश्ते को किसके साथ जोड़ कर
किस रिश्ते को घटा कर
क्या मिल गया ?
समझा नहीं आज तक
यह है गंभीर गणित रिश्तों का
या समीकरण ?
एक जीवन के कमज़ोर
विद्यार्थी की तरह आज तक
सुलझा न पाया
