रिश्ते बेहद खास होते हैं
रिश्ते बेहद खास होते हैं
उम्मीदों की, अरमानों की,
एक अनन्त प्यास होते हैं,
ये रिश्ते बेहद खास होते हैं ।।
कुछ खून के रिश्ते, कुछ दोस्ती के,
दिल के इतने पास होते हैं,
ये रिश्ते बेहद खास होते हैं ।।
हमसे हमारी पहचान करवाते,
जीवन में अपनापन सिखलाते,
कुछ अहम का एहसास दिलाते,
कुछ मंज़िल पार पहुंचाते।
ये वो सिर का ताज होते हैं,
कुछ रिश्ते बेहद खास होते हैं ।।
रिश्ते ही कमज़ोर बनाते,
रिश्ते ही हौसला बढ़ाते,
कभी ज़ख्म, मरहम बन जाते,
कभी हँसाते कभी रुलाते,
विकट समय में साथ निभाते,
जीवन का श्वास होते हैं,
ये रिश्ते बेहद खास होते हैं ।।
रिश्तों को समेट लो तुम,
रिश्तों को सहेज लो तुम ।
स्वार्थ भरी इस दुनिया में,
रिश्तों से न मुंह फेर लो तुम,
प्यार भरे एहसासों की,
दर्द भरे जज़्बातों की,
प्यारी सी आवाज़ होते हैं,
ये रिश्ते बेहद खास होते हैं