रब का तोह्फ़ा
रब का तोह्फ़ा
जो बातों को
हमसे बेहतर समझें
वो कोई और नहीं
माँ है।
जिसकी दुनियां सिर्फ़
बच्चों तक सीमित हो
वो कोई और नही
माँ है।
जो बिन बोले ही
सबकुछ करती हो
वो कोई औऱ नहीं
माँ है।
शुक्रिया करने के
काबिल नहीं है हम
क्योंकि जो हर पल
हमें माफ करती है
वो सिर्फ औऱ सिर्फ़
माँ है ।
रब का दिया हुआ
जो अनमोल तोहफ़ा है
बच्चों के लिए सिर्फ़ उनकी
माँ है।
