रात - दिन
रात - दिन
जब होता है रात का आगमन
दिनभर की थकान लिए
ढलता सूरज जाता है जब अस्तांचल की ओर
तब साँझ के इस खूबसूरत पहर में सिंदूरी हो जाता उसका पोर पोर...!!
रात-दिन के सुखद मिलन की साक्षी
पुलकित अद्भुत मनोहारी ये शाम सिंदूरी...!!
