राष्ट्र निर्माण
राष्ट्र निर्माण


सब अच्छा याद रखते हैं,
सब बुरा भूल जाते हैं,
साथ - साथ चलते हैं,
चलो एक अच्छा राष्ट्र बनाते है।
अमीरी गरीबी की सीमा भूलकर,
इंसानियत अपनाते हैं,
ये जात - पात की बातें छोड़,
एक-दूसरे को गले लगाते हैं,
चलो एक अच्छा राष्ट्र बनाते हैं।
जो लोग टूट कर गिरे पड़े हैं,
उन्हें हाथ देते हैं ऊपर उठाते हैं,
ख़ुशी चाहिए गर ज़िन्दगी में,
किसी भूखे को खाना खिलाते हैं,
कपकपाती ठंडी में,
बेघरों को चादर उढ़ाते हैं,
चलो एक अच्छा राष्ट्र बनाते हैं।
पाँव पर किसी के ठोकर न लगे,
पथ से सारे पत्थर हटाते हैं,
हमारी मुस्कुराहट देख किसी को खुशी मिले,
आज उनके लिए मुस्कुराते हैं,
चलो एक अच्छा राष्ट्र बनाते हैं।