Hemant Latta
Comedy Romance Classics
उसकी क्या तारीफ़ करूं, सारी तारीफ़ उसके आगे फिकी है!!
मीठी सी है वो, लेकिन नोकझोंक उसकी तीखी है!
गुलाब की पत्तियाँ कहां, तारीफ़ की मोहताज़ होती है !
उसे दर्द दूँ ? अरे....रानियाँ तो महलों की सरताज़ होती है !
किरदार अधूरे ...
मेरे भारत के ...
कविता का सारा...
बाधाएं या बहा...
बेरोजगार
दिल
रानी है वो
वो मेरी पगली ...
प्यार
धड़कन
एक तुम्ही अध्यक्ष जी अंतिम मोर सहाय ।। एक तुम्ही अध्यक्ष जी अंतिम मोर सहाय ।।
परीक्षा पास आती है, विद्यार्थियों को भक्ति में डुबाती है। परीक्षा पास आती है, विद्यार्थियों को भक्ति में डुबाती है।
भीगी बिल्ली शेर बन रहे चाहत के बाजार में भीगी बिल्ली शेर बन रहे चाहत के बाजार में
आज बहुत मिस करते है दोस्त तुझे इतनी नकली हँसी के बीच एक तू ही तो सच बोलता था आज बहुत मिस करते है दोस्त तुझे इतनी नकली हँसी के बीच एक तू ही तो सच बोलता था
दुश्मन तो खैर दुश्मन ही है, दोस्तों को भी चैन से न रहने देंगे दुश्मन तो खैर दुश्मन ही है, दोस्तों को भी चैन से न रहने देंगे
काम निकालो, बड़ी जुगत से, पाछे से भग आओं काम निकालो, बड़ी जुगत से, पाछे से भग आओं
चिल्लाकर जोर से बोलूं कान में तो अनसुनी बात में ही वो ठहाका भरती। चिल्लाकर जोर से बोलूं कान में तो अनसुनी बात में ही वो ठहाका भरती।
ज़रा नोश फरमाएं , कुछ गजलें हमें भी सुनाएं। ज़रा नोश फरमाएं , कुछ गजलें हमें भी सुनाएं।
तौलिया बिस्तर पर ही नज़र आयेगा तुम्हारा मौजें ढूंढ -ढूंढ कर थकोगे पछताओगे यारा तौलिया बिस्तर पर ही नज़र आयेगा तुम्हारा मौजें ढूंढ -ढूंढ कर थकोगे पछताओगे यार...
सब यारों ने मिल कर पार्टी मनाई हमने खाए बर्गर पिज्जा और फ्रेंच फ्राई। सब यारों ने मिल कर पार्टी मनाई हमने खाए बर्गर पिज्जा और फ्रेंच फ्राई।
इसको पकड़ना बड़ा कठिन छुप जाता है कहीं कोने में। इसको पकड़ना बड़ा कठिन छुप जाता है कहीं कोने में।
प्यारा मीठा स्वभाव है उसका, ऐसा रिश्ता निभाती है!! खुद नाराज़ होने पर भी मुझे मनाती , प्यारा मीठा स्वभाव है उसका, ऐसा रिश्ता निभाती है!! खुद नाराज़ होने पर भी मु...
बासन भाड़े फोड़ फाड़ कैं कर दये पत्ता-पत्ता, बासन भाड़े फोड़ फाड़ कैं कर दये पत्ता-पत्ता,
मेरी सांसे अटक गई, कि फूटेगा कोई पटाखा सा। मेरी सांसे अटक गई, कि फूटेगा कोई पटाखा सा।
मौत मिले या सौत मिले अब, दोनों से सुख मिलता है। मौत मिले या सौत मिले अब, दोनों से सुख मिलता है।
कभी प्यादे से कभी घोड़े से कभी राजा से रानी हार गई। कभी प्यादे से कभी घोड़े से कभी राजा से रानी हार गई।
कभी शांत हो भाव से, कभी रूप विकराल।। कभी शांत हो भाव से, कभी रूप विकराल।।
समय पर खाना पीना भी भूल गए , पता नहीं क्यों हमारे स्कूल खुल गए। समय पर खाना पीना भी भूल गए , पता नहीं क्यों हमारे स्कूल खुल गए।
करते हैं झाडू पोंछा मरहबा तेरे प्यार में क्या से क्या हो गया दिलरुबा तेरे प्यार में करते हैं झाडू पोंछा मरहबा तेरे प्यार में क्या से क्या हो गया दिलरुबा तेरे प...
सबका अपना अपना तरीका होता है, अपनी बात कहने का। सबका अपना अपना तरीका होता है, अपनी बात कहने का।