राही
राही
राही नैनों में जबरन ठान लें..
ऊंची-ऊंची चोटी का रम्य स्वप्न
हठ को प्रबल गति से मोड़
जोशीले वन-पहाड़ कि ओर
टेढ़ी-मेढ़ी पगडण्डी बना लें..
विजय का मूलमंत्र आज
मन में यथार्थ प्रयत्न लेकर
तन में त्वरित ऊर्जा भरकर
श्वास में तीव्र स्फूर्ति लेकर
रक्त में गर्म ज्वाला लेकर
हृदय में अंतिम पड़ाव टटोल
धधकता साहस जलाकर
