बुलबुल के मधुर और प्यारे गीत
बुलबुल के मधुर और प्यारे गीत
सूरज की किरणें छू गईं,
परिंदों की चहक बदल गईं।
बादलों के साथ उड़ा चला,
हर अपना किनारा भूल गईं।
प्रेम की गहराइयों में खो गए,
मन की आवाज़ धड़कनों में बस गईं।
ख्वाबों के साथ सवारी करते,
खुद को एक नया संगीत बना गईं।
चिराग़ों की रोशनी में घुल गए,
रात की चुपके से बातें सुना गईं।
सितारों के साथ जागते रहे,
ख्वाबों की धूप में छाया गईं।
प्रेम की गाथा बुलबुल की तरह,
मधुर संगीत में गुंज गईं।
स्वर्गीय सुंदरता की कहानी,
कविता के रूप में व्यक्त हो गईं।
