प्यार
प्यार


कर्जे के रुप में तुझे
प्रेम दिया है...
वो भी बगैर ब्याज...
अब तू इसे खर्च कर या उड़ा दे...
मुझे तू यूं पराया ना कर
धोखा गर देना चाहो...
तो नजदीक से देना...
तपतपाती सूरज का...
विष का प्याला दे दे पीने को...
बस...
जरा सी सितारों की...
चांदनी घोल देना।