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Achyut Umarji

Others

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Achyut Umarji

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मेरी जान तिरंगा

मेरी जान तिरंगा

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बहुतों ने देश जब गुलाम था...

तब गुलामी से मुक्त कराने के लिए जाने गवांई है...

सन् १८५७ से लेकर १९४७ तक...।।१।।


आजादी के लिए लोग शहीद हुए हैं...

आज के युग में...

थल सेना, वायु सेना और जल सेना...

आज हम सब की आजादी बरकरार रखे हुए हैं...

देश प्रेम जरुरी है...।।२।।


देश प्रेम ही नहीं...बल्कि...

तिरंगे की भी इज्जत और मान रखनी चाहिए...

अपने जान से भी ज्यादा तिरंगे की हिफाज़त करनी है...।।३।।


तिरंगे के ३ रंग...

केसरिया प्रतिक है शक्ति और साहस का...

श्वेत रंग प्रतिक है धर्म और...

साथ अशोक चक्र...

प्रतिक है शांति और सत्य का...

हरा रंग प्रतिक है उपजाऊ, वृद्धि और भूमि की पवित्रता का...

इतना गहरा अर्थ है...

अपने देश के तिरंगे का...।।४।।


क्यों ना हो सबको फिर...

अपने तिरंगे से प्यार...

क्यों न लगे तिरंगा...

अपने जान से प्यारा...

आन बान और शान...



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