प्यार
प्यार
आज फिर से उन लम्हों को जीने का मन होता है,
फिर से आज तुझे याद करने का मन होता है।
याद है आज भी घंटो राह देखती थी तेरी,
फिर उन गलियों में खो जाने का मन होता है।
तेरा वो हँसता चेहरा देखकर खुशी मिलती थी कभी मुझे
पर आज नम आंखों से फिर हंसने का मन होता है।
तेरे ना होने का एहसास जान निकाल देता था मेरी,
आज फिर तेरी यादों में रोने का मन होता है।

