प्यार में दर्द मिलता है
प्यार में दर्द मिलता है
दर्द देकर मुझको जो हंसता है
सुना है तन्हा अक्सर वो भी रोता है
जब भी मिलता है, कहता है
भूल जाओ तुम मुझको
अरे वही जो मेरी तस्वीर को
सीने से लगाकर रखता है।
लोग कहते हैं,तुम भी भुला दो उसको
आख़िर कौन वो तेरा लगता है
पर कैसे भुला दूं मैं उसको
जो मेरी रग-रग में बसता है।
मैं कभी न करती है इश्क- मोहब्बत
अगर पहले ही जान जाती
इस प्यार में इतना दर्द मिलता है।

