अंतिम पल ये प्यार के,भूल न जाना साथ जीवनभर चलना सदा, ले हाथों में हाथ। अंतिम पल ये प्यार के,भूल न जाना साथ जीवनभर चलना सदा, ले हाथों में हाथ।
बेटियों के प्रति नज़रिये को जब नर अपवित्र नहीं तो नारी क्यों ? बेटियों के प्रति नज़रिये को जब नर अपवित्र नहीं तो नारी क्यों ?
बीच चौराहे पर खड़ा करके, उनमें सचमुच आग लगाओ। बीच चौराहे पर खड़ा करके, उनमें सचमुच आग लगाओ।
इस प्यार में इतना दर्द मिलता है। इस प्यार में इतना दर्द मिलता है।
बबाल की जरूरत पुकारा करूँ एक नाम उस नाम की जरूरत। बबाल की जरूरत पुकारा करूँ एक नाम उस नाम की जरूरत।
वो हकीकत बना पाते, ख़्वाब सुनहरी है जिनकी रगों में बहती श्रम-बूंदे गहरी है। वो हकीकत बना पाते, ख़्वाब सुनहरी है जिनकी रगों में बहती श्रम-बूंदे गहरी है।