प्यार करते हो तुम भी मुझसे
प्यार करते हो तुम भी मुझसे
प्यार करते हो तुम भी मुझसे
जानती हूँ मैं
कहो न कहो मानती हूँ मैं
देखती हूँ तुम्हारी आँखों में अपने लिए प्यार
लाख छुपाओ तुम
चाहे करो न कभी मुझसे अपने प्यार का इज़हार
पर देखती हूँ मैं अकसर
जब खोजती है तुम्हारी आँखे मुझको ही
करती है तुम्हारी आँखे हजारों बातें
चाहे मुँह से बोलो कुछ न तुम
धड़कने सुनाती हैं तुम्हारे दिल का हाल
दिखाते तो ऐसे हो जैसे जानते भी नहीं हो मुझको
पर मेरे सिवा किसी और के बारे में भी तो
सोचते नहीं हो तुम
अजब ही प्रेम है यह तुम्हारा मानती हूँ मैं
तुम ही मेरे सब कुछ हो जानते हो तुम
फिर नज़र क्यों छुपाते हो इस तरह
प्यार किया है तो इजहार भी कर ही दो
न खुद पर करो यह जुल्म
पास रहकर भी न बनाओ कभी यह दूरी
न कभी करों हमें गैरों में शामिल
हम हैं तुम्हारे अपने।