प्यार की पहल कौन करे
प्यार की पहल कौन करे
तुम करो या मैं करूं प्यार की पहल तो करनी ही पड़ेगी,
एक बार जो चल पड़े हम दोनों इन राहो पर फिर क्या शर्माना,
दिल जो लगा लिया एक दूजे से तो फिर क्यों घबराना,
ये दुनिया तो बनेगी दुश्मन इसके आगे क्या झुकना,
ठान लिया है जो दिल में प्यार की राहों पर चलने का,
फिर डर को मारो गोली और चल पड़ो उन राहों पर,
मुश्किलें हज़ार आएंगी इन राहों पर,
अपने कदम आगे बढ़ाते जाओ,
ये राहें नहीं होती है आसान ठोकरें बहुत मिलेगी,
पर प्यार करने वाले कभी डरा नहीं करते ।

