याद आती होगी वो अधूरी कहानी याद आती होगी वो अधूरी कहानी
नयनों का संसार नयनों का संसार
साथ में बैठकर खाना भी खा रहे मगर ना थे एक दूजे के। साथ में बैठकर खाना भी खा रहे मगर ना थे एक दूजे के।
निन्दारत इंसान का, कौन करे सम्मान। निन्दारत इंसान का, कौन करे सम्मान।
उसकी आँखें भर आईं दीपक इसके आगे बात नहीं करनी। उसकी आँखें भर आईं दीपक इसके आगे बात नहीं करनी।
जो अबला मन की पीरों से जनी हुई हैं, भ्रष्टाचार के तीरों के लोहे से बनी हुई हैं। जो अबला मन की पीरों से जनी हुई हैं, भ्रष्टाचार के तीरों के लोहे से बनी हुई है...