STORYMIRROR

सोनी गुप्ता

Abstract Romance Inspirational

3  

सोनी गुप्ता

Abstract Romance Inspirational

प्यार की गाथा

प्यार की गाथा

1 min
356

सोचा था हृदय मेरा टटोलोगे मन की भाषा सुन तुम कुछ तो बोलोगे, 

नहीं सोचा था कभी तुम इस तरह मुझे मझधार में यूँ अकेला छोड़ोगे, 


मत पूछो मेरी पीड़ाएं खुशी भी जाने कितनी दूर है मेरी ही मुझसे, 

अपनी सुध भी तो ना रही हमें भूल गए वो बात जो कहनी थी उनसे, 


अब जाने कहाँ से तिमिर घिर आया और घोर अंधेरा छाया मन में, 

तुम संग बीते मधु मिलन के वो मीठे-मीठे पल अब ना रहे जीवन में, 


सच कहा है प्यार की हर एक गाथा भरी है पीर के इतिहास से, 

विश्वास का दामन छोड़कर मेरा प्रेम ले रहा है विदा मधुमास से I


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract