प्यार कहां .....मिलता है।
प्यार कहां .....मिलता है।
प्यार कहां मिलता है?
यह तो बस नाम है,
इस नाम का अहसास,
कहां ........मिलता है ।
प्यार कहां मिलता है?
दुनिया तड़पती ,
जिस खोज में ,
नफरतें पनपती रही,
हर रोज में।
प्यार की कोपलें ,
जहां-जहां निकलती रहीं,
वहां -वहां नफरतें ,
उन्हें मसलती रही।
कई हीर -रांझा ,
सोनी -महिवाल
यहां फरियाद हुए,
प्यार के नाम ,
दुनिया में ,
कितने नाकाम हुए।
जिंदगी मिली नहीं
मोहब्बतों की तस्वीरों को ,
जहर पी -पीकर ,
यहां कितने ही खाक हुए।
प्यार कहां मिलता है?
यह तो बस नाम है,
इस नाम का पता मुश्किल से,
किसी -किसी को ही मिलता है।