प्यार के छांव में
प्यार के छांव में


प्यार कोई बंधन नहीं,
प्यार है आजादी,
आजादी- किसी को नियंत्रित करने की सोच से;
ज़रा सोचिए अगर आप प्रेमी के
विचारों और कार्यों को नियंत्रण करने की कोशिश में है तो आप एक कैदी की तरह
अपने प्रेमी को अनुभव करा रहे हैं!
क्या आप वैसे क़ैद होना चाहते?
अगर नहीं तो अपने साथी को
आजाद करें अपने शक से,
विश्वास से अपने प्रेमी से रिश्ता
सशक्त करें, अपनी बात मनमाने पर ही नहीं
अपने साथी को भी समझे।