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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Inspirational

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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Inspirational

“ प्यार छलकता माँ का सब दिन “

“ प्यार छलकता माँ का सब दिन “

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माँ की ममता

यूँ छलक पड़ी,

जब क्रंदन लाल का

निकल पड़ा !

झट से वो

बाहर निकल पड़ी,

माँ के उर में

वह लिपट पड़ा !!

उसको अपनो का

प्यार मिला,

माँ की गंगा की

धार मिली !

रह -रह के 

माँ को देख रहा,

मानो उसको

फुल झड़ी मिली !!

माँ तो सिर्फ

अपनी माँ होती है,

अहर्निश साथ

रहा करती है !

दुख हो या

सुख हो बच्चों का,

उनके लिये दौड़ पड़ती है !!



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