पूर्ण स्वतंत्रता हो
पूर्ण स्वतंत्रता हो
स्वतंत्रता आज के समय में आवश्यक है,
पूर्ण विकास के लिए यह परम् जरूरी है।
किसी को पराधीन रखना बड़ा पाप है,
हरेक जीव को अपने ढंग से जीने की आजादी हो।
ब्रह्मांड का समस्त प्राणी ईश्वर की देन है,
उसे कोई भी जीव या मानव को सम्मान देना चाहिए।
खुल कर जिन्दगी जीने का मज़ा विषेश है,
फिर जन्म लेना सार्थक हो जाता है।
आजादी की जरूरत हरेक जीव को है,
फिर इसके जीने का अंदाज़ ही निराला होता है।
संसार रूपी बगीचे का समस्त जीव श्रृंगार है,
प्रकृतिय सन्तुलन में जीना महत्वपूर्ण है।
बच्चे_जवान _बूढ़े सभी स्वच्छंद जीने में,
अपार खुशियों को प्राप्त करते हैं।
नीले _गगन के तले,
प्रत्येक प्राणी को स्वतंत्रता का अधिकार है।
प्रभु का नियामत देन हम सभी हैं,
आपस में बेमिसाल प्रेम अपनत्व होना चाहिए।
एक _दूसरे के भावनाओं को समझना चाहिए,
फिर अनुकूल वातावरण बना कर रहना चाहिए।
कर्मों के फल तो भुगतना ही पड़ता है,
चित्रगुप्त के कैमरा में सब कैद होते रहता है।
इसलिए अपने कर्मों को शुद्ध रखने का कोशिश करना चाहिए,
और प्रभु के परम् आशीष का कृपा पात्र बनना चाहिए।