Pradeepti Sharma
Fantasy Inspirational
मन उपवन में पुष्प खिला,
मानो जैसे नवजीवन मिला है, खून
शबू जिसकी महकाती कण कण,
आभा जिसकी चहकाती ये तन,
रंग जिसका थकी आँखों को कर दे रोशन,
रूप जिसका रूठी हँसी को कर दे प्रसन्न।
तुम हर मौसम य...
इंदुकला
इन्साफ
एक प्रेम ऐसा ...
वक़्त
जीवंत
सड़क
ठहराव
स्वीकृति
धारा
पिंजरे में कैद मत रखए उड़ने दीजिए मैं भी एक इंसान हूँ हाँ मै एक नारी हूँ। पिंजरे में कैद मत रखए उड़ने दीजिए मैं भी एक इंसान हूँ हाँ मै एक नारी हूँ...
जो खुद भीख मांगता हरफो की सरस्वती माँ से गली-गली। जो खुद भीख मांगता हरफो की सरस्वती माँ से गली-गली।
आओ मिलकर बसाये प्रेम की हरी भरी दुनिया। आओ मिलकर बसाये प्रेम की हरी भरी दुनिया।
आज भी तुम्हारे लिए सजदा करते हैं, तुम कुछ न करो, इसमें क्या है ! आज भी तुम्हारे लिए सजदा करते हैं, तुम कुछ न करो, इसमें क्या है !
तुम्हारी आँखों में आँसू और चेहरे पे मायूसी साफ़ थी। तुम्हारी आँखों में आँसू और चेहरे पे मायूसी साफ़ थी।
हृदय कोंपल मुरझाया है अधर न ये मुस्काया है आ जाओ अब कि बस तुम्हारी कमी है। हृदय कोंपल मुरझाया है अधर न ये मुस्काया है आ जाओ अब कि बस तुम्हारी क...
सात रंगों से पहचान मेरी जन्नत की परी हूँ मैं। सात रंगों से पहचान मेरी जन्नत की परी हूँ मैं।
कैसे चांद मेरा हो जायेगा, जिसके एक नहीं हज़ारों आशिक हैं ! कैसे चांद मेरा हो जायेगा, जिसके एक नहीं हज़ारों आशिक हैं !
भाग्य भले ही माटी में मिले, मगर तारों से बातें कर। भाग्य भले ही माटी में मिले, मगर तारों से बातें कर।
शरीर को जब भूख लगी, खाने को थे पकवान कई, खाके फिर भी पकवानों को न जाने क्यों भूख बची। शरीर को जब भूख लगी, खाने को थे पकवान कई, खाके फिर भी पकवानों को न जाने क्यों...
दिल में कोई अरमा मचल मचल सा जाता है बोलो ना क्यों याद आते हो तुम ? दिल में कोई अरमा मचल मचल सा जाता है बोलो ना क्यों याद आते हो तुम ?
पिंजरों में बंद पक्षियों की आज़ादी की हिमायती लड़कियाँ..... अपने पँखो को भूल गृहस्थी के पिंजरों में रम... पिंजरों में बंद पक्षियों की आज़ादी की हिमायती लड़कियाँ..... अपने पँखो को भूल गृहस्...
थम जरा भींग लेने दे मुश्किलों के चौराहे पर झमा झम बरसती यादों की बूंदे रोम रोम पर। थम जरा भींग लेने दे मुश्किलों के चौराहे पर झमा झम बरसती यादों की बूंदे रोम रो...
हमें कुछ और जमाने से क्या उन पर मुझे बहुत ही नाज है। हमें कुछ और जमाने से क्या उन पर मुझे बहुत ही नाज है।
यह जिंदगी का सफर है जो, तुम्हारे साथ ही चलना है ! यह जिंदगी का सफर है जो, तुम्हारे साथ ही चलना है !
जी लूँ उन लम्हों को एक बार फिर क्षितिज पर इंद्रधनुष सजा लूँ मैं। जी लूँ उन लम्हों को एक बार फिर क्षितिज पर इंद्रधनुष सजा लूँ मैं।
रंगों से रंगी खिला सांझ, खुशी से झूमे मनवा आज। रंगों से रंगी खिला सांझ, खुशी से झूमे मनवा आज।
सोचता हूँ......? आकर आंखों में, क्यों जम से गये है। सोचता हूँ......? आकर आंखों में, क्यों जम से गये है।
रेत में पानी की तरह होते है कुछ सवाल पूछने पर जवाब की जगह जस्टिफिकेशन वाली रेत हाथ में रेत में पानी की तरह होते है कुछ सवाल पूछने पर जवाब की जगह जस्टिफिकेशन वाली रेत ...
तू आएगा कभी मिलने, मुझे ये आस है ऐसे, है मिलों की भले दूरी, मगर तू पास है जैसे। तू आएगा कभी मिलने, मुझे ये आस है ऐसे, है मिलों की भले दूरी, मगर तू पास है जै...