परिभाषा
परिभाषा
बहुत कुछ कहने का मन
पर ना कह पाना
तेरी स्मृति ही जीवन का सार
और कुछ नहीं
बिन देखे तुझे विचलित हो जाना
उदासी का मंजर
तेरे सुख दुख में खुद को
शामिल करने की इच्छा
क्या यही परिभाषित करता है
प्यार क्या है ?
बहुत कुछ कहने का मन
पर ना कह पाना
तेरी स्मृति ही जीवन का सार
और कुछ नहीं
बिन देखे तुझे विचलित हो जाना
उदासी का मंजर
तेरे सुख दुख में खुद को
शामिल करने की इच्छा
क्या यही परिभाषित करता है
प्यार क्या है ?