व्यापारी सहता बाजार की मार पैसे गिनता बस उसी में है सार फिक्र वक्त की यहां करता कौन है व्यापारी सहता बाजार की मार पैसे गिनता बस उसी में है सार फिक्र वक्त की यहां...
क्या यही परिभाषित करता है प्यार क्या है ? क्या यही परिभाषित करता है प्यार क्या है ?
जाने कब मैं बड़ा हो गया अपने पैरों पर खड़ा हो गया, वक्त का साया ऐसा था न धेला था न प जाने कब मैं बड़ा हो गया अपने पैरों पर खड़ा हो गया, वक्त का साया ऐसा था ...
शीतल गंगा जटा में, ज्वाला भरे नेत्र है। मस्तक पर चन्द्रमा, कैलाश पुण्य क्षेत्र है। शीतल गंगा जटा में, ज्वाला भरे नेत्र है। मस्तक पर चन्द्रमा, कैलाश पुण्य क्षेत्...
अपनी कीमत तुम पहचानो तेरी धरती तेरा ये जग फिर क्यों हो ये अग्निपरीक्षा अपनी कीमत तुम पहचानो तेरी धरती तेरा ये जग फिर क्यों हो ये अग्निपरीक्षा
तू है तो सांसें हैं मेरी वरना जीवन निस्सार है। तू है तो सांसें हैं मेरी वरना जीवन निस्सार है।