प्रेम की बारिश
प्रेम की बारिश
ज़िन्दगी की तपती सड़क पर,
वक़्त भाग रहा था,
आंखों पर पट्टी बांध कर।
प्रेम की बारिश जब हुई फ़िज़ां में,
वक़्त भी सुस्ताया,
कुछ पल ठहर कर।
ज़िन्दगी की तपती सड़क पर,
वक़्त भाग रहा था,
आंखों पर पट्टी बांध कर।
प्रेम की बारिश जब हुई फ़िज़ां में,
वक़्त भी सुस्ताया,
कुछ पल ठहर कर।