ऐसा ही होता है.......
ऐसा ही होता है.......


पौष की ठंड में भी
मावठ को सहने की
क्षमता होती है !
मगर,
ज्येष्ठ की
भीषण गर्मी के बाद
जरा सी बारिश
हवा में उमस घोल देती है!!
चाहत ना होती
तो झगड़े की
मावठ सह जाती !
मगर,
प्रेम की तीव्र
उष्णता के बाद
जरा सी बेरुखी
रिश्तों में उमस घोल देती है!!