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Kusum Lakhera

Inspirational Others

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Kusum Lakhera

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प्रभु

प्रभु

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प्रभु तुम्हें ढूँढते है यहाँ वहॉं 

मन भटकता है कहाँ कहाँ ?

चंचल मन नित मोह में फंसाए !

आत्मा हमारी नित तड़पत जाए !

काश कि प्रभु तुम दरस दिखाओ !


हमरे नयनों में आन समाओ !

जीवन की नैया को पार लगाओ !

अब बिन तुम चैन न पाएँ..

निसि दिवस तुमरी लगन लगाएँ 


तुम हो स्वामी ..तुम हो रखवाले !

तुम ही हो हम सबके खेवनहारे !!

तुम बिन हम जीव किसके सहारे 

नित तुम्हारा हम नाम पुकारें ..


हे प्रभु तुम अब जल्दी से आओ !

जल्दी से तुम हम भक्तों को ..

अपने पावन दरस दिखाओ !!



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