प्रभु का दूत
प्रभु का दूत
मानव एक दूत है प्रभु का
उसकी आत्मा में ही वास है प्रभु का।
संपूर्ण दैवीय गुण लेकर वह धरती पर आया है
मोक्ष की लेकर इच्छा वह धरती पर काया लेकर आया है।
देवताओं को भी दुर्लभ है मानव तन
धरती पर लेकर आया है मनुष्य स्वच्छ और पवित्र मन।
प्रभु का दूत बनकर वह सब का उद्धार करने आया है
इस धरती पर वह सब से प्यार करने आया है।
लेकिन संसार पर माया ने कुछ ऐसा जाल बिछाया है
कि पता भी नहीं चला कब पवित्र मन कलुषित हो आया है।
अनेकों विकारों ने डेरा डाला
मन को यू भरमाया है,
उलझ गया है मानव यूं ही इस संसार में,
कि वह परमात्मा का एक दूत है यह भी माया ने भुलवाया है।
यूं ही धरती पर आवागमन के चक्र में प्राणी फंसते रहते हैं
केवल वही मोक्ष पाते हैं जो माया के छल से बचे रहते हैं।
हे मानव प्रभु के बालक हो तुम केवल प्रभु पर विश्वास करो
समर्पण कर दो प्रभु को खुद को और केवल उस पर ही विश्वास करो।
