पंचतत्व
पंचतत्व
पंचतत्व को समझो
और सम्मान करो,
इसी से बनी है हमारी देह ,
इसका ना अपमान करो ,
पवन ,अग्नि, जल,
भूमि ,आकाश,
मानव शरीर का
इन पंचतत्वों से नाता है,
मरणोपरांत यह प्रकृति में
विलीन हो जाता है,
यह पंचतत्व मिलकर
रचते सृष्टि अपरंपार है,
इसी पर टिका है जीवन,
यह जीवन का आधार है I
