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Dr. Vijay Laxmi"अनाम अपराजिता "

Classics

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Dr. Vijay Laxmi"अनाम अपराजिता "

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पीकाॅक हरा

पीकाॅक हरा

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मोरपंखी हरा रंग होता बहुत ही मनमोहक,

मोरपंखी रंगो जैसा अद्भुत नूरानी आकर्षक। 


वरदान प्रकृति का सुन्दर सरल परिपोशाक है,

सुनहरे रंग से रंगा अच्छाई का अवशोषक है। 


सकारात्मक ऊर्जा लाती शांति भाव सद्भावना  

पीकाॅक हरा शाही अंदाज बताता नव जमाना।


नवमं मां सिद्धिदात्री को रंगभरा शाहीरंग भाता,

भक्त परिपूर्ण धन-धान्य से भक्ति गीत गाता ।


हरे नीले का समिश्रण पीकॉक हरा कहलाता,

गर्भदीपछिद्र से आते प्रकाश पर नृत्य सिखाता।


अंधकार पर प्रकाश की जीत बुराई पर अच्छाई,

गरबे की है खूबी राजसी प्राकृतिक जश्न मनाई।



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