STORYMIRROR

शीला गहलावत सीरत

Abstract

2  

शीला गहलावत सीरत

Abstract

फूल और कांटें

फूल और कांटें

1 min
107

ये जीवन फूल और कांटों की

हंसती, खेलती सुंदर सी

बगिया है........... 


इसे हर पल, सीप के मोती

और.... 

हर पल चमन के फूल.... 

खिलते रहते हैं...... 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract