रचनाएँ/कहानियाँ/ गजल/ निबंध
तू ही तू बस एक तू ही तू बस एक
कतरा- कतरा सी यादों में सिमट वापिस सब आता है। कतरा- कतरा सी यादों में सिमट वापिस सब आता है।
सीरत ढंग फकीर का सीरत ढंग फकीर का
ये जीवन फूल और कांटों की हंसती, खेलती सुंदर सी बगिया है........... ये जीवन फूल और कांटों की हंसती, खेलती सुंदर सी बगिया है...........
पांवों में जान हो... मंजिल हमसे कभी न दूर हो। पांवों में जान हो... मंजिल हमसे कभी न दूर हो।
हां, अक्सर चुपके से आकर कलम से कुछ नया कुछ बुन जाती हूँ। हां, अक्सर चुपके से आकर कलम से कुछ नया कुछ बुन जाती हूँ।
मुरझा जाते गलतफहमी में यूँ बिखर अहंकार में जाते हैं मुरझा जाते गलतफहमी में यूँ बिखर अहंकार में जाते हैं
तान- प्रेम की छेड़ - धीरे से मुझको बुलाता राधा संग रास रचा खिड़की से गाता चांद तान- प्रेम की छेड़ - धीरे से मुझको बुलाता राधा संग रास रचा खिड़की से गाता चां...
उन लम्हों का क्या जो बीत गये उन यादों का क्या जो बीत गये! उन लम्हों का क्या जो बीत गये उन यादों का क्या जो बीत गये!
रस्में, कसमें, वादे, प्रेम निभाएं प्रेम शब्द.,"सीरत" मन झुक जाए! रस्में, कसमें, वादे, प्रेम निभाएं प्रेम शब्द.,"सीरत" मन झुक जाए!