पहला प्यार
पहला प्यार
मेरे ख्यालों और ख्वाबों में था
एक अदद उपन्यास
जिसके हर पन्ने पर लिखा था
एक ही लफ़्ज़ मोहब्बत...
मोहब्बत .....मोहब्बत .....
मगर जो मिला मुझे जीवन में
उसमें लिखा था - इंतजार .....
इंतजार .... थोड़ा और इंतजार
वक्त अभी बाकी है
इंतजार भी जारी है
चंद पन्ने रह गए हैं अछूते
शायद उनमें लिखा हो
एक आखिरी मुलाकात
बेहिसाब मोहब्बत के साथ ....?
क्योंकि पहला प्यार होता है
बहुत असरदार ........!!

