फ़िर भी दिल में है यकीन जीतेगा हिंदुस्तान ।
फ़िर भी दिल में है यकीन जीतेगा हिंदुस्तान ।
क़ैद मे हर ज़िंदगी ढूंढे बीता कल,
पल पल दिल में दस्तक देते खौफ और हलचल,
खबरों और अफवाहों में बंधा पढ़ा हर मन,
रोये बिलके भूख से लाचारों का हर क्षण,
कल की चिन्ता कल की
चिन्ता लेती जाए जान,
फ़िर भी दिल में है यकीन जीतेगा हिंदुस्तान।
शंख नाद की गूंज से मन्दिर होंगे रोशन,
बेघर रोती आंखो से जायेगा सूनापन,
सजेगी सड़के फिर से होगा जशनों का मौसम,
फिर सावन की बूंदों में नाचेंगे सब छम छम,
कल की चिन्ता कल की चिन्ता लेती जाए जान,
फ़िर भी दिल में है यकीन जीतेगा हिंदुस्तान।
बस कुछ दिनों की बात है सूरज होगा रोशन,
यही धैर्य ये हिम्मत देगी जीत का वो क्षण,
कल की चिन्ता कल की चिन्ता लेगी अब ना जान,
हां हर दिल हर पल कहता जीतेगा हिंदुस्तान।
