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Kusum Joshi

Inspirational

4  

Kusum Joshi

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वरदान दे दो ज्ञान का

वरदान दे दो ज्ञान का

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वंदनीया शारदा !

ये नित् निरंतर कामना,

तम हरो अज्ञान का,

वरदान दे दो ज्ञान का,


संयमी हों शील हों हम,

गंभीर हों और धीर हों हम,

दम्भ ना छू भी सके,

दृढ़ता पुनीत संज्ञान का,

वरदान दे दो ज्ञान का।


वंदनीया शारदा !

ये नित् निरंतर कामना।


स्वावलंबी हो सजग हो,

सत्य के पथ पर अडिग हों,

भेदभाव से दूर हों,

स्वज्ञान-स्वसम्मान का,

वरदान दे दो ज्ञान का।


वंदनीया शारदा !

ये नित् निरंतर कामना।


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