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Kusum Joshi

Abstract

4  

Kusum Joshi

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नया वर्ष फिर आएगा!!

नया वर्ष फिर आएगा!!

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एक नया वर्ष फिर नया सवेरा,

कुछ नया लिए फिर आएगा,

नए नए कुछ वादे फिर से,

दृढ संकल्प इरादे फिर से,

फिर कुछ नए नए से किस्से,

कुछ नया सिखाने आएगा,

नया वर्ष फिर आएगा।


बीते दिन जो कठिन कभी,

अच्छे दिन या बुरे सभी,

भय खौफ़ के साए में जो था,

वर्ष पुराना चला गया,

एक नयी ऊर्जा फिर से लेकर,

सपने नए नए से लेकर,

नया वर्ष फिर आएगा।


कि कोरोना का काल बना था,

खौफ़ ये बीता साल बना था,

कई आपदाओं से जग सारा,

त्रस्त था मानव कोहराम मचा था,

अब ये सारे भय दुःख हरने,

इक्कीस सुनहरा आएगा

कि नया वर्ष फिर आएगा।


मन में ये विश्वास सुदृढ़ हो,

हम सब ऊर्जावान रहें,

जीतेगी मानवता सबको,

मन में दृढ विश्वास रहे,

फिर से जीत दिलाने हमको,

फिर से सुखी बनाने सबको,

अन्धकार मिटाने आएगा।

कि नया वर्ष फिर आएगा।।



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