बहाने

बहाने

1 min
460


बहाने पर बहाने

बनाते हैं जो बहाने 

कभी न कुछ पढ़ पाते 

कभी न कुछ कर पाते।


पढ़ाई से जो दिल चुराते

वही बहाने बनाते हैं

काम न करना पड़े 

इसलिए बहाने बनाते हैं।


हर सुबह एक नया बहाना

रोज टीचर को सुनाते हैं 

डाँट से फिर बचने के लिए ‌

तरकीब नई -नई लगाते हैं।


अगर जीवन में आगे बढ़ना है 

तो बहाने कभी न बनाना 

आज का काम आज ही करना

कल पर कुछ न छोड़ना।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational