बहाने
बहाने
बहाने पर बहाने
बनाते हैं जो बहाने
कभी न कुछ पढ़ पाते
कभी न कुछ कर पाते।
पढ़ाई से जो दिल चुराते
वही बहाने बनाते हैं
काम न करना पड़े
इसलिए बहाने बनाते हैं।
हर सुबह एक नया बहाना
रोज टीचर को सुनाते हैं
डाँट से फिर बचने के लिए
तरकीब नई -नई लगाते हैं।
अगर जीवन में आगे बढ़ना है
तो बहाने कभी न बनाना
आज का काम आज ही करना
कल पर कुछ न छोड़ना।