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लाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

Inspirational

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लाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

Inspirational

भारत माँ

भारत माँ

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मातृभूमि को माँ जितना ही, हम सब करते हैं प्यार,

जो मातृभूमि से प्यार न करते, वे हैं देश के गद्दार!

सौभाग्य हमारा भारत भू पर, हमने है जन्म लिया,

ख़ुशियाँ ख़ूब मिली हैं हमको, माँ का है उपकार!!


मातृभूमि पर आए संकट, बलिदान मैं हो जाऊँगा,

माँ की ख़ुशियों की ख़ातिर, अपना शीश कटाऊंगा!

गर्व हमें हैं बहुत अधिक, हम हिन्द देश के वासी हैं,

भारत माँ जब करे पुकार, नत मस्तक हो जाऊँगा!!


पाल पोसकर बड़ा किया, माँ को भूल न पाऊँगा,

मातृभूमि से मिला दुलार, न्यौछावर हो जाऊँगा!

मातृभूमि पर जो आँख दिखाए, उसकी न है ख़ैर,

मेरी माँ जैसी मातृभूमि का, कर्ज चुका न पाऊँगा!!


माँ व मातृभूमि का हम, करना सीखें सम्मान,

जिसने हमें जन्म दिया, सदा करें उसका गुणगान!

मातृभूमि से ही बनती है, पहचान हम सबकी,

फ़र्ज हमारा बनता है, मातृभूमि का रक्खें ध्यान!!


माँ व मातृभूमि को सदा ही, हम सब शीश झुकाते हैं,

मातृभूमि को प्राणों से ज्यादा, हम सब प्यार लुटाते हैं!

मातृभूमि से सदैव मिले, हम सब को सदा आशीष,

भारत माँ का हाथ जोड़, शत शत वंदन करते हैं!!


मातृभूमि के प्रति कर्तव्य, हमारा भी बनता है,

रक्षा करने को डटे रहे, जब माँ पर संकट होता है!

निज स्वार्थ तजे हम अपना, जब करनी हो रक्षा,

माँ व मातृभूमि से बढ़कर, न दूजा कोई होता है!!



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