भारतवर्ष
भारतवर्ष
एक नया सवेरा आयेगा,
देश मेरा मुस्कुरायेगा।
उन्नति के पावन पथ पर
आगे कदम बढ़ायेगा।
इतिहास के कपाल पर
नया आयाम जगमगायेगा।
परिवर्तन की महाक्रांति में,
स्वर्ण युग फिर आयेगा।
झकझोर देती है पीड़ा,
देख स्त्री की दुर्दशा।
आशा है ये देश मेरा,
रामायण- महाभारत
को अपनायेगा।
चरित्र निर्माण की आवश्यकता,
मेरा देश समझ पायेगा।
राष्ट्रवाद की विचारधारा युवा अपनायेगा,
जयचंदो की साजिश विफल बनायेगा।
क्षेत्रवाद न जातिवाद,
अब राष्ट्रवाद गहरायेगा।
युग निर्माण की पावन वेला में,
नया उजाला आयेगा।
विश्व पटल में भारतवर्ष,
विश्व गुरु कहलायेगा।