फासले
फासले
उम्मीद की दौड़ में फैसले कई होते है
दिल की बीच दूरियों के फासले कई होते हैं।
इतना भी मत निकल जाना दूर सबसे,
कि अपनो के पास आने के बहाने नहीं मिलते हैं।
कशमकश की बात हो जाती है
सपनों के अंत नहीं मिलते।
रह जाती है मुट्ठी में मिट्टी
बस कहने को शब्द नहीं मिलते।
वो व्यस्त हो जाते है हर काम में अपने,
सुबह और शाम भी नहीं मिलते।