पेड़
पेड़
हम सभी को भाते पेड़
सूखे में हरियाली
लाते पेड़
मीठे फल खिलाते पेड़
बीमारी को दूर भगाते पेड़
फिर क्यों नहीं लगाते हम पेड़।
पेड़ धरती का भूषण हैं
करते दूर प्रदूषण हैं,
शुद्ध वायू हर पल देते पेड़
हम से कुछ नहीं लेते पेड़
फल, फूल, ओषधियां इनसे पाते हैं,
फिर क्यों नहीं पेड़ हम लगाते हैं।
पेड़ गर्मी को दूर भगाते,
बारिश लाकर सुखा भगाते,
पेड़ हमारी शान हैं
हर प्राणी के प्राण हैं
सूना इनके विना जहान है
फिर क्यों नहीं हम पेड़ लगाते,
आम, पपीता, अनार लगांए
घर के मीठे फल हम खांए,
आमला, हरड़ नीम लगाएं
हर बीमारी को दूर भगायें,
पीपल, वरगद, चिनार लगाएं
आक्सीजन की कमी कभी न पांए,
क्यों नहीं हम ये पुण्य कमाते
क्यों नहीं हम पेड़ लगाते।
कहे सुदर्शन लिख के लेख
कभी न तुम काटो पेड़
इनके हैं लाभ अनेक
इनकी रखवाली करो
हरेक,
यही मेरी कविता का उपदेश।
