पाना खोना लगा रहेगा
पाना खोना लगा रहेगा
कुछ खोकर पाना है कुछ पाकर खोना है
ये ही जीवन है ये ही जीवन की रीत है
चार पलो की जिंदगी में कभी ख़ुशियाँ तो कभी गम है
हँसकर बिता लो तुम आंसू छुपा लो तुम
ये ही जीवन है ये ही जीवन की रीत है।
जो आया है इस जग में इक रोज तो जाएगा,
रूप नया लेकर फिर किसी मोड़ पर मिल जाएगा,
कभी रुलाएगा हमको कभी हंसाएगा हमको,
ये दौर है जीवन का ये ही जीवन की रीत है।
खुशियों के मेले में गमो का भी सागर है
लहरों को आना है आकर थम जाना है
हवाये तूफानों की आती है चली जाती है
सूरज को डूबना है चाँद को फिर आना है
ये ही तो जीवन है ये ही जीवन की रीत है
कुछ खोकर पाना है कुछ पाकर खोना है।