ऑनलाइन शिक्षा
ऑनलाइन शिक्षा
करोना ने दस्तक दे कर, दुनिया का नक्शा ही बदल कर रख डाला।
बाहर निकालने की आजादी को उसने सबसे छीन कर, अपनी झोली में था डाला।।
दो साल रहा ऐसा मातम कि, सब अस्त व्यस्त जीवन ही कर डाला।
तभी से ऑनलाइन शिक्षा का चालान, हर स्कूल कॉलेज ने शुरू था कर डाला ।।
भारत में भी इस बीमारी ने, अपना दम कम बड़े जोरों से था दिखलाया।
ठहर गया हर घर और गली, ऐसे उसने कोलाहल हर तरफ़ मचाया।।
ऑनलाइन शिक्षा ने तब, बच्चों और बड़ों के मन मे आशा की किरण को जगाया।
दो साल तक बच्चों ने, ऑनलाइन शिक्षा के जरिए अगले क्लास में प्रमोशन था पाया।।
तब से बच्चों ने स्मार्टफोन को अपना सच्चा दोस्त है बनाया।
अब बिना मोबाइल शिक्षा पाना, रह गय सपना जैसे कोई हो पुराना।।
ऑनलाइन शिक्षा ने कई तरह की विविधता को भी जीवन में दिखलाया।
एकाग्रता की कमी और सीधा संपर्क शिक्षकों से उसने था तुड़वाया।।
ज्यादा फोन और लैपटॉप के इस्तेमाल से, बच्चों की आंखों पर गहरा असर भी डलवाया।
पर ऑनलाइन शिक्षा के जरिए, बच्चों के साल बाधित होने से भी बचाया।।
अब जबकि महावारी समाप्ति की ओर मुख मोड़ चुकी है।
लेकिन ऑनलाइन शिक्षा की उपयोगिता ने, अपना महत्व दिन पर दिन और है बढ़ाया।।
अब जब भी कोई समस्या या आपदा आए, संस्थाएं बंद नहीं होती।
ना आए व्यवधान कोई शिक्षा में, इसलिए ऑनलाइन शिक्षा हमेशा तैयार रहती है।।
आधुनिक तकनीकी का सही इस्तेमाल बच्चों के विकास की ओर अग्रसर करता है।
अब ऑनलाइन शिक्षा, हमारे जीवन में जैसे रच बस सी गई है।।
