नया भारत
नया भारत
प्रगति राह पर चल निकला है, भारत अब अविराम।
देश हमारा बदल रहा है, करें देश हित काम।
बरसों से जो हो न पाया, आज हुआ वह काज।
राम लला के मंदिर में अब, आया राम सुराज।
भारत के जन-जन के मन में, बसते हैं श्री राम।
प्रगति राह पर चल निकला है, भारत अब अविराम।
आज विश्व में नई मिली है, भारत को पहचान।
गौरव से मस्तक उन्नत है, भारत है गतिमान।
भारतवासी आज कर रहे, दुनिया भर में नाम।
प्रगति राह पर चल निकला है, भारत अब अविराम।
पूर्ण स्वनिर्भर हम बन जाएँ , हो कौशल्य निखार।
वस्तु स्वदेशी स्वयं बनाएँ, करें प्रचार - प्रसार।
भारत के संग हम भी बदलें, देश का हो सुनाम।
प्रगति राह पर चल निकला है, भारत अब अविराम।