STORYMIRROR

Sunil Kumar

Abstract

3  

Sunil Kumar

Abstract

नववर्ष अभिनंदन

नववर्ष अभिनंदन

1 min
118

 सूरज की पहली किरण

 कर रही है धरती से मिलन 

 अभिनंदन है तुम्हारा नववर्ष।


 दूर हो रहा है अंतर्मन का तम

 पुलकित है धरती जगमग गगन

 अभिनंदन है तुम्हारा नववर्ष।


 हर समस्या का निकले अब हल

 मंगलमय हो आने वाला हर पल

 अभिनंदन है तुम्हारा नववर्ष।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract