नववधू - मन की बात
नववधू - मन की बात
सजा देहरी पुष्प से, भरे नयन में प्यार;
नवल वधू का कर रहे, हम स्वागत-सत्कारI
लाया बेटा ब्याहकर, दिया हमें उपहार;
घर उत्सव की देहरी, उल्लासों का द्वारI
सबको देना प्यार तू, सबसे पाना प्यार;
यह तेरा कर्त्तव्य है, यह तेरा अधिकारI
बिटिया अपना घर समझ, अपना ही परिवार;
तेरे मन की बात का, है पूरा सत्कारI