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Bikramjit Sen

Abstract Drama

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Bikramjit Sen

Abstract Drama

ज़िन्दगी

ज़िन्दगी

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अजीब है पर सच है, ज़िंदा हूँ,

तो ज़िन्दगी है 

ज़िंदा नहीं, तो ज़िन्दगी नहीं 


ज़िन्दगी बस, 

चंद लफ़्ज़ों की दरकार 

कुछ सुनाने

कुछ सुनने वाले यार 


ज़िन्दगी बस एक खेल

तू खेलता अपने साथ 

ज़िन्दगी आंसू, ज़िन्दगी ख़ुशी,

ज़िन्दगी की ये दोनों दरकार। 


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