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Bikramjit Sen

Abstract Fantasy

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Bikramjit Sen

Abstract Fantasy

अपनाया

अपनाया

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हरकत से बरकत तक पहुंचाया

फ़र्श से अर्श पे ले जाके

कृपा-दृष्टि से तर नहलाया

इतना भी मूर्ख नहीं मैं

तेरी करुणा न पहचानूँ

मुद्दत के बाद 

तूने खुद से मिलाया...

ऐसा लगता है मानो

जन्म-जन्मांतर के साथ को

इस जन्म में अपनाया...


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